दशमा व्रत 2025: पूरी जानकारी, महत्व और पूजा विधि

# **दशमा व्रत 2025: पूरी जानकारी, महत्व और पूजा विधि**  



## **प्रस्तावना (Introduction)**  

दशमा व्रत हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण व्रत माना जाता है, जो मां दुर्गा के दशमी स्वरूप को समर्पित है। यह व्रत विशेष रूप से नवरात्रि के दशमी तिथि (दशहरा) को मनाया जाता है। 2025 में दशमा व्रत का विशेष महत्व होगा, क्योंकि इस दिन मां दुर्गा की कृपा पाने का शुभ अवसर मिलता है। इस लेख में हम आपको दशमा व्रत 2025 की पूरी जानकारी, पूजा विधि, महत्व और पात्रता के बारे में बताएंगे।  

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## **दशमा व्रत क्या है? (What is Dashama Vart?)**  

दशमा व्रत, जिसे दशमी व्रत भी कहा जाता है, हिंदू पंचांग के अनुसार आश्विन माह की दशमी तिथि को मनाया जाता है। यह व्रत मां दुर्गा के दसवें स्वरूप (सिद्धिदात्री) की पूजा के लिए किया जाता है।  

### **दशमा व्रत 2025 की तिथि और मुहूर्त**  

- **दशमा व्रत तिथि:** 3 अक्टूबर 2025 (शनिवार)  
- **दशमी तिथि प्रारंभ:** 2 अक्टूबर 2025, शाम 06:42 बजे से  
- **दशमी तिथि समाप्त:** 3 अक्टूबर 2025, शाम 05:09 बजे तक  
- **शुभ मुहूर्त:** प्रातः 06:30 बजे से 12:00 बजे तक  

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## **दशमा व्रत का महत्व (Significance of Dashama Vart)**  
दशमा व्रत का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है। इस दिन व्रत रखने और पूजा करने से:  
- मां दुर्गा की कृपा प्राप्त होती है।  
- जीवन में सुख, समृद्धि और शांति आती है।  
- कर्ज और संकटों से मुक्ति मिलती है।  
- नवरात्रि के नौ दिनों के व्रत का पूर्ण फल मिलता है।  

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## **दशमा व्रत की पूजा विधि (Dashama Vart Puja Vidhi)**  
दशमा व्रत का पालन करने के लिए निम्न विधि अपनाएं:  


### **1. सुबह की शुरुआत**  
- प्रातः जल्दी उठकर स्नान करें।  
- स्वच्छ वस्त्र धारण करें।  

### **2. घर की सफाई और कलश स्थापना**  
- पूजा स्थल को गंगाजल से शुद्ध करें।  
- कलश स्थापित करें और उसमें जल, आम के पत्ते और नारियल रखें।  

### **3. मां दुर्गा की पूजा**  
- मां दुर्गा की मूर्ति या चित्र स्थापित करें।  
- लाल चुनरी चढ़ाएं, फूल, अक्षत और धूप-दीप जलाएं।  
- दुर्गा चालीसा या दुर्गा सप्तशती का पाठ करें।  

### **4. कन्या पूजन**  
- दशमी के दिन 9 कन्याओं (मां दुर्गा के नौ रूपों के प्रतीक) को भोजन कराएं।  
- उन्हें दक्षिणा और उपहार दें।  

### **5. व्रत का पारण**  
- पूजा के बाद फलाहार या सात्विक भोजन ग्रहण करें।  

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## **दशमा व्रत के लिए आवश्यक दस्तावेज (Important Documents for Dashama Vart)**  

व्रत और पूजा के लिए निम्न सामग्री की आवश्यकता होती है:  
- मां दुर्गा की मूर्ति/चित्र  
- लाल चुनरी, फूल, अक्षत  
- धूप, दीप, घी  
- कलश, नारियल, आम के पत्ते  
- प्रसाद (फल, मिठाई, पंचामृत)  

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## **दशमा व्रत के लिए पात्रता (Eligibility for Dashama Vart)**  

- कोई भी भक्त जो मां दुर्गा में श्रद्धा रखता है, वह इस व्रत को रख सकता है।  
- विशेष रूप से महिलाएं इस व्रत को सौभाग्य और संतान प्राप्ति के लिए करती हैं।  
- व्रत रखने वाले को दिनभर सात्विक भोजन ही ग्रहण करना चाहिए।  

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## **10 देवियों में दशमा (सिद्धिदात्री) का विशेष महत्व**  
नवरात्रि की दसवीं देवी **सिद्धिदात्री** हैं, जो सभी सिद्धियों को देने वाली मानी जाती हैं। इनकी पूजा से:  
- मनुष्य को आठ सिद्धियां और नौ निधियां प्राप्त होती हैं।  
- जीवन के सभी कष्ट दूर होते हैं।  
- आध्यात्मिक और भौतिक सुख की प्राप्ति होती है।  

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## **निष्कर्ष (Conclusion)**  

दशमा व्रत 2025 में मां दुर्गा की कृपा पाने का सुनहरा अवसर है। इस व्रत को पूरी श्रद्धा और विधि-विधान से करने पर जीवन में सुख-समृद्धि आती है। अगर आप भी इस व्रत को रखने की योजना बना रहे हैं, तो उपरोक्त विधि का पालन करें और मां दुर्गा का आशीर्वाद प्राप्त करें।  

**जय माता दी!** 🙏

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