इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट
Dashama photos 2025
dashama na photo
Jay Dashama 2025
दशामाँ की व्रत कथा
दशामाँ की व्रत कथा प्राचीन काल में कर्णावती नामक एक नगरी थी। उसका राजा कर्णदेव अहंकार और भोगविलास में व्यस्त रहता था। वह जितना अभिमानी था उतनी ही उसकी पत्नि कमलावती सुशील थी. जब कि कर्णदेव नास्तिक था, कमलावती को भगवान में अपार श्रद्धा थी। वह भगवान की भक्ति में मग्न रहती थी। रानी कमलावती ने कर्णदेव को अनेक बार समझाया कि अभिमान बुरी चीज है। इन्सान को धार्मिक कार्य में ध्यान पिरोना चाहिये। सुख और वैभव क्षणिक है। आज है कल नहीं। परंतु राजा तो रानी की बातों पर गौर करने के बजाय भोगविलास में ज्यादा मस्त रहता था। शराब और शबाब में उसने अपनी सारी जिंदगी डुबो दी थी। एक दिन रानी सरोवर के किनारे आये हुए अपने महल के झरोखे में खड़ी थी। उसने सामने एक मंदिर में कुछ स्त्रियों को व्रत करते हुए देखा। उसने दासी को बुलाया और वे स्त्रियाँ क्या करती थी उसकी जानकारी लेकर वापस आने को कहा। थोडी देर के बाद दासी जानकारी लेकर वापस आई और रानी से कहा, "वे स्त्रियाँ दशामाँ का व्रत कर रही है।" रानीने पूछा, "तुने यह जाना कि यह व्रत कैसे करते है ?" "हाँ उन्हों ने कहा कि जिसे व्रत करने की इच्छा हो,...
Online murti Dashama
JAY Dashama JAY Dashama sahi bhai or bahan ko es sal Dashama ka var 24 julay se chalu hone vale hai Aap hamare dhara online murti odar kar sakte ho Delevery by Bas Rajasthan Gujarat Mp Delevery coriyar Dilli Maharashtra Hariyana All India Online coriyar me Murti ki demez hone par koi garent nahi rahe gi Ha sahi tarike se pes kar ke bejte hai lekin kisi pakar se coriyar me delevery ke samay demez ho jaye uski ko garent nahi Thanks 😊 👍
दशमा व्रत 2025: घर की दशा सुधारने का पावन पर्व
## दशमा व्रत 2025: घर की दशा सुधारने का पावन पर्व > **"दशमी तिथि को दशा माता का व्रत रखने से दसों दिशाओं से घर में धन-धान्य, सुख-शांति और समृद्धि आती है"** - पौराणिक मान्यता हिंदू धर्म में **दशमा व्रत (दशा माता व्रत)** का विशेष स्थान है। यह व्रत मुख्य रूप से **सुहागिन महिलाएं** अपने परिवार की सुख-समृद्धि, पति की दीर्घायु और घर की बिगड़ी दशा सुधारने के लिए करती हैं। चैत्र मास के कृष्ण पक्ष की दशमी तिथि को मनाए जाने वाले इस व्रत में **पीपल के वृक्ष की पूजा** और **कच्चे सूत के डोरे** का विशेष महत्व है। आइए जानें 2025 में इस व्रत की सम्पूर्ण जानकारी। --- ### ⭐ दशमा व्रत 2025: तिथि व शुभ मुहूर्त 2025 में दशमा व्रत **24 मार्च, सोमवार** को मनाया जाएगा। दशमी तिथि का समय इस प्रकार है: - **आरंभ**: 24 मार्च सुबह 05:39 बजे - **समाप्त**: 25 मार्च सुबह 05:05 बजे पूजा के लिए **शुभ मुहूर्त**: - 06:20 AM से 07:52 AM - 09:24 AM से 10:56 AM - 12:03 PM से 12:52 PM - 03:31 PM से 05:03 PM - 0...
दशामाँ की स्तुति
दशामाँ की स्तुति जय जय जय दशामाँ । जय जय जय दशामाँ । तेरी स्तुति, भजन किर्तन जो श्रध्धा से गावै, सारे दुःख दुर हो पल में मन वांच्छित फल पावै, पुत्र रत्न देती बाँझिन को, निर्धन को धन देती, दुर्बल को बलवान करें, रोगी का रोग हर लेती । जय जय जय दशामाँ ! जय जय जय दशामाँ ! निशदिन ध्यान धरो मैया का सदा नाम का जाप करो, जन्म - जन्म के दुःख मिट जाएँ बिन प्रयास भव सिंधु तरो, जय जय जय दशामाँ ! जय जय जय दशामाँ ! Jay dashama
टिप्पणियाँ