भारत के कोने कोने में चमत्कार से भरे मंदिर मौजूद हैं।

भारत के कोने कोने में चमत्कार से भरे मंदिर मौजूद हैं। इन मंदिरों की खास बातचीत में होने वाले चमत्कार हैं और मंदिर का अपना-अपना चमत्कार है। लेकिन क्या आपने कभी बहने वाले मंदिर के बारे में सुना है। एक ऐसा मंदिर जहां पर ही नहीं बल्कि मतदाता है। यकीनन है रानी का सबक है। यह दुर्गा मां का रहस्य में मंदिर है। मंदिर है। हिमाचल प्रदेश के मंडी में स्थित कोयला माता मंदिर का नाम कोल्हापुर नामक राक्षस पर पड़ा था। मां दुर्गा ने अत्याचारी की जगह पर किया था। इसी कारण जगह-जगह चमत्कारी हो गई। इसका पता नहीं यहां पर एक छोटा सा मंदिर दो। 

कर दिया गया था लेकिन बाद में इसे भुला दिया गया। इस इलाके में आसपास की महाशक्ति का प्रभाव बहुत पड़ता था। इसके आसपास प्रतिदिन किसी न किसी की मौत नहीं, ऐसा क्यों हुआ करता था, उससे बचने के लिए यहां पर रिवाज बन गया। यहां पर हर दिन पुतला शव की तरह पूजा जाता था कि मां की शक्ति ने एक व्यक्ति पर असर दिखाया जिसमें तब तक संदेश पहुंचाया की इस मंदिर की पूजा पाठ करने से सब ठीक हो जाएगा। इसी कारण यहां पर मंदिर का निर्माण हुआ था कि मां दुर्गा मां की ज्योत जलाने और घर में काम के लिए किया जाता था। कहते हैं कई बार। 

किसी भी तरह का बर्तन नहीं रखते थे। जिस कारण कई दिन बाद इतना ज्यादा था कि मंदिर से बाहर आ जाता था। यहां पर कई महीनों तक ही बैठ कर बाहर तक आ गया था और इसकी मात्रा बढ़ती जा रही थी तो वह का एहसास हो रहा था। यहां पर किसी की नदी बह रही हो रहती स्वर्ग में घी की नदियां बहती हैं। दुर्गा मां का चमत्कार धरती लोक पर थी। ऐसा ही ऐसा भी रहा था लेकिन इसके बाद एक घटना ने इस चमत्कार को बांट रहा। यहां से गुजर रहा था तो उसने झूठ ही रोटी किस चट्टान से रगड़ दी और उसे खाने लगा। उस रोटी पर आखिरी बार ही लगा। इसके बाद चट्टान से कभी कि नहीं निकला, लेकिन भले ही इस मंदिर से जीना बहता हो। लोगों की आस्था आज भी इस मंदिर में वैसी की वैसी ही है। यहां पर मान्यता है कि दुर्गा मां चौबारा यहां चमत्कार दिखाएंगे। तब फिर से यहां पर घी की नदियां बहेगी। अब हर रोज लोग यहां पर खी के दीए जलाकर जाती हैं और रात्रि के समय यहां पर भक्तों की संख्या बढ़ती जा रही है। नवरात्रि में घी के दीए जलाकर किस मंदिर को रोशन कर दिया जाता है। हमारे पास इस मंदिर की इतनी ही जानकारी है। अगर आप हिमाचल से हो और जानकारी कमेंट में जरूर बताएं। मां के सच्चे भक्त कमेंट में जय माता दी जरूर लिखें। 

हेलो! 

3:53 PM
इतिहास भारत के कोने कोने में चमत्कार के बारे में मौजूद हैं। इस में होने वाले चमत्कार हैं और मंदिर का अपना अलग इतिहास अपना आन्नद चमत्कार है। लेकिन क्या आपने कभी बहने वाले मंदिर के बारे में सुना है। ऐसा मंदिर जहां पर बहता है। पानी का सबक है। यह दुर्गा मां का रहस्य में मंदिर मंदिर शीतला माता मंदिर मंदिर का नाम कोल्हापुर नामक राक्षस पर पड़ा था। माधव जाने के बाद के बाद मां दुर्गा के क्रोध की अग्नि एक जगह पर समा गई। इस कारण या जगह की चमत्कारी हो गई, लेकिन यहां पर लोगों को इसका पता नहीं था यहां। छोटा सा मंदिर जो प्राचीन काल में स्थापित कर दिया गया था। बाद में इसे उड़ा दिया गया। इस इलाके में आसपास की महाशक्ति का प्रभाव बहुत पड़ता था। इतिहास का तो पता नहीं कहां पर बन गया। यहां पर हर दिन पुतला चौकी की मां की शक्ति ने एक व्यक्ति पर असर दिखाया जिसमें तब तक पहुंचाया। इस मंत्र की पूजा पाठ करने से हो जाएगा। यहां पर मंदिर का निर्माण हुआ। इसके बावजूद लोगों को शुरू हो गया। कहते हैं ना कि बरात में ही ज्यादा कहां पर की का इस्तेमाल दुर्गा मां की ज्योत जलाने और घर में काम के लिए किया जाता था। 

के कारण लोग कान के नीचे किसी भी तरह का बर्तन नहीं रख पाते थे। जिस कारण कई दिन बाद यह पक्षपात कर इतना ज्यादा हो जाता था कि मंदिर जहां पर कई महीनों तक कर बाहर तक आ गया था और इसकी मात्रा बढ़ती जा रही थी तो ऐसा एहसास हो रहा था। यहां पर नेटवर्क में दुर्गा मां का चमत्कार धरती लोक पर थी। ऐसा ही ऐसा दिया था। इसके बाद एक घटना नमस्कार को खत्म कर दिया। एक चरवाहा यहां से गुजर रहा था तो उसने झूठ ही रोटी किस चट्टान से रगड़ दी और उसे खाने लगा। रोटी लगा उसके बाद उसे कभी नहीं निकला। 

मंदिर मंदिर में बैठी बैठी है। दोबारा यहां के लोग यहां पर रात्रि के समय यहां पर भक्तों की संख्या नवरात्रि में घी के दीए जलाकर किस मंदिर को रोशन कर दिया जाता है, जो नजर आती हैं। हमारे पास मंदिर की इतनी ही जानकारी कमेंट में जरूर बताएं। मां के सच्चे भक्त कमेंट में जय माता दी जरूर लिखें। 

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