28 मार्च को होगा, जबकि 29 मार्च को रंगों का त्योहार होली मनाई जाएगी।
होलिका दहन होली के एक दिन पहले फाल्गुन मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है। इसके अगले दिन रंगों से खेलने की परंपरा है। ज्योतिषाचार्य पंडित विष्णु प्रसाद भट्ट ने बताया कि होलिका दहन के दिन भद्रा योग दोपहर एक बजे तक रहेगा। जबकि, होलिका दहन शाम को गोधुलि बेला के समय से शुरू होगा।
होली प्रोग्राम 2020 कुछ पुराना वीडियो
1 दिन का प्रोग्राम
जिसमे 1 दिन होली हो जलाया जाता है जिसमें हर घर से लकड़ी शामिल की जाती ओर उसे एक जगह पर एकती की जाती है और जिस जगह पर जलाया जाता है वहा पर एक छोटा सा खड़ा किया जाता हैं और उस में एक पानी का मटका रखते है पूरा भरा हुआ उसको उस खड़े में रखते है और उसके ऊपर एक पत्थर रखते है उसके ऊपर बीच में एक लकड़ी रखते है और सभी लकड़ी या जमा देते है और ऊपर एक लाला रग की झंडी भी लगाते है उसे जमा देते हैं सभी घर की औरते मिलकर उस होली माता की पूजा करते है और पुरुष सभी होली माता के 7 चाकर लगाते हैं और अपनें जीवन के अच्छे से जीने की मनोकम करते है और मूर्त अनुसार होली माता में अग्नि जलती रहती है और भजन कीर्तन करते है रात को इस तरह 1 दिन ये करिक्म पूरा होता है ।
2 दिन का प्रोग्राम
2दिन हर जगह पर होली खेली जाती है लेकिन हमारे गांव में नहीं खेली जाती हैं वो प्रोग्राम तिरते दिन खेलते है 2 दिन सभी लोग मिलकर होली माता जलाई जाती है वहा पर इकेते होते है और ढोंड का प्रोग्राम साथ में मिल कर बनाते है और जिसकी ढोड हो जीके लड़का या लड़की हुई हो वो सभी लोगो को कुछ ना कुछ खिलाता सभी लोगो को जैस - बिस्किट या गुलपी कोल्डीन मिटाई यह प्रोग्राम दोपर के समय पर होता है और यह प्रोग्राम पूरा होने के बाद सभी अपने अपने घर चले जाते है ।
2 दिन ही शाम का प्रोग्राम